भारत की डिजिटल पेमेंट्स दुनिया एक नए मोड़ पर पहुंच गई है। देश की प्रमुख फिनटेक कंपनी Razorpay, NPCI (National Payments Corporation of India) और OpenAI ने मिलकर एक अनोखा प्रयोग शुरू किया है – Agentic Payments. इस व्यवस्था के जरिए अब यूजर्स ChatGPT के भीतर ही खरीदारी और भुगतान कर सकेंगे, यानी अब चैट से बाहर निकले बिना पूरा ट्रांजैक्शन हो जाएगा।
AI और UPI का संगम: अब चैट बनेगी पेमेंट गेटवे
‘Agentic Payments’ को Razorpay के बैंकिंग पार्टनर्स Axis Bank और Airtel Payments Bank के सहयोग से तैयार किया गया है। यह सिस्टम UPI Circle और UPI Reserve Pay जैसे नए UPI फीचर्स पर आधारित है, जो AI-आधारित लेनदेन को और आसान और सुरक्षित बनाएंगे। फिलहाल इसका पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है और BigBasket (Tata Group) शुरुआती मर्चेंट्स में से एक है, जो ChatGPT के जरिए इस AI-पावर्ड शॉपिंग अनुभव की पेशकश कर रहा है।
कैसे करेगा काम Agentic Payments?
मान लीजिए आप ChatGPT से कहते हैं – “Help me order ingredients for a Thai-style vegetable curry for 4 people from BigBasket.” अब ChatGPT आपके लिए BigBasket की कैटलॉग खंगालेगा, जरूरी सामग्री सुझाएगा और आपके कन्फर्म करने पर Razorpay के पेमेंट सिस्टम के जरिए पूरा ऑर्डर और पेमेंट अपने आप कर देगा। इस प्रक्रिया में यूजर को चैट से बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। साथ ही, रियल-टाइम ट्रैकिंग, इंस्टेंट कैंसलेशन और पेमेंट नोटिफिकेशन जैसी सुविधाएं इसे पूरी तरह यूजर-फ्रेंडली और सुरक्षित बनाती हैं।
Razorpay का विज़न: चैट से पेमेंट तक, सब कुछ एक जगह
Razorpay के को-फाउंडर और सीईओ हर्षिल माथुर के अनुसार, “Agentic Payments के साथ हम AI असिस्टेंट्स को सिर्फ जानकारी देने वाले टूल्स से आगे बढ़ाकर एक पर्सनल शॉपिंग एजेंट में बदल रहे हैं। यह भारत का पहला UPI-इंटीग्रेटेड कन्वरसेशनल पेमेंट अनुभव है, जो यूजर्स को ChatGPT के भीतर ही खरीदारी और भुगतान की पूरी सुविधा देता है।”
इस तकनीक के जरिये भारत में हर खरीदार को ऐसा AI-आधारित पर्सनल असिस्टेंट मिलेगा, जो न केवल सही प्रोडक्ट और कीमत सुझाएगा बल्कि भुगतान प्रक्रिया भी संभालेगा।
NPCI की सोच: डिजिटल पेमेंट्स का नया अध्याय
NPCI की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर (ग्रोथ) सोहिनी राजोला ने कहा, “Agentic Payments भारत की डिजिटल पेमेंट्स व्यवस्था में एक बड़ा कदम है। यह पहल दिखाती है कि कैसे AI और UPI मिलकर लेनदेन को और अधिक स्मार्ट, सुरक्षित और सभी के लिए सुलभ बना सकते हैं।”
NPCI का उद्देश्य डिजिटल पेमेंट्स को इतना सहज बनाना है कि भविष्य में हर यूजर AI एजेंट्स की मदद से अपनी मंजूरी के साथ सुरक्षित तरीके से पेमेंट कर सके।
OpenAI की भूमिका
OpenAI के इंटरनेशनल स्ट्रैटेजी मैनेजिंग डायरेक्टर ओलिवर जे के मुताबिक, “हम NPCI और Razorpay के साथ मिलकर यह देखने को उत्सुक हैं कि कैसे एडवांस्ड AI और UPI को जोड़कर हम एक ऐसा सुरक्षित और सहज कॉमर्स इकोसिस्टम बना सकते हैं, जो भविष्य की डिजिटल दुनिया की नींव बने।”
OpenAI इस प्रोजेक्ट के जरिए यह भी समझना चाहता है कि किस तरह भविष्य में AI एजेंट्स को पेमेंट क्रेडेंशियल्स देकर उन्हें यूजर-अप्रूवल के साथ पूरी तरह सुरक्षित और नियंत्रित तरीके से लेनदेन करने योग्य बनाया जा सकता है।
AI-पावर्ड पेमेंट्स: भारत के डिजिटल भविष्य की झलक
‘Agentic Payments’ न सिर्फ भारत की पेमेंट इंडस्ट्री में एक तकनीकी प्रयोग है, बल्कि यह उस भविष्य की झलक भी देता है जहां AI और वित्तीय सेवाएं एक दूसरे में पूरी तरह घुल-मिल जाएंगी। UPI जैसी भारतीय तकनीक और OpenAI के चैट मॉडल का यह मेल भारत को AI-कॉमर्स के वैश्विक मानचित्र पर एक नई पहचान देने जा रहा है।
Razorpay, NPCI और OpenAI की यह साझेदारी भारत की डिजिटल पेमेंट्स यात्रा में एक ऐतिहासिक कदम है। अब वक्त दूर नहीं जब कोई भी भारतीय यूजर सिर्फ एक चैट से अपनी खरीदारी, ऑर्डर और पेमेंट सब कुछ एक ही जगह पर पूरी कर सकेगा। AI-आधारित Agentic Payments भारत को स्मार्ट कॉमर्स की उस दिशा में ले जा रहे हैं जहां सुविधा, सुरक्षा और बुद्धिमत्ता तीनों एक साथ मिलेंगी।